Anudeshak-चार माह से नहीं मिला मानदेय, अनुदेशक परेशान
बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत अनुदेशकों को पिछले चार महीने से मानदेय का भुगतान न होने के कारण प्रदेश के 31000 अनुदेशक परेशान हैं। उच्च प्राथमिक स्कूलों में शारीरिक शिक्षा, कला, कृषि और कंप्यूटर विषय पढ़ाने के लिए 2013 में अनुदेशकों की नियुक्ति हुई थी। उस समय 11 महीने के संविदा पर 7 हजार रुपये प्रतिमाह पर अनुदेशकों को रखा गया था। 2014 में मानदेय बढ़ाकर 8470 रुपये कर दिया गया। लेकिन, मानदेय भुगतान में लेट लतीफी की शिकायत हमेशा बनी रहती है। मानदेय न मिलने से अनुदेशकों को जीवन यापन करना मुश्किल भरा हो गया है। वह भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके हैं। अनुदेशक योगेंद्र मिश्र बताते हैं कि दो वर्ष पूर्व योगी सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के अनुदेशकों को 17 हजार मानदेय का वादा सिर्फ वादा ही रह गया। पूरा सत्र बीत जाने के बाद भी आज तक अनुदेशकों को बढ़े हुए मानदेय का भुगतान नहीं किया गया।बढ़ा हुआ मानदेय तो दूर जो मानदेय मिल रहा था वह भी नहीं दिया जा रहा है। दिलीप वर्मा बताते है कि मानदेय न मिलने से आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई है। पीड़ित अनुदेशकों ने मुख्यमंत्री से इस दिशा में पहल करने की मांग की है।
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